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PANDEMIC

PANDEMIC ,EPIDEMIC AND OUT- 

-BREAK IN HINDI

सर्वव्यापी महामारी , महामारी ,प्रकोप में  अंतर 


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PANDEMIC

आज सारा विश्व करोना वायरस की चपेट में है हर कोई इस सर्वव्यापी महामारी से परेशान है| जैसा कि आपको पता है कि इस बीमारी कि शुरआत दिसम्बर 2019 में चीन के वुहान शहर से हुई है| और आज सारी दुनिया इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों रूप से पीड़ित है हम यहाँ पर इस आपको इस करोना काल में महामारियों के नामकरण से सम्बंधित कुछ जानकारी देंगे | सबसे पहले हम विश्व 'विश्व स्वास्थ्य संगठन' के विषय में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त कर लेते हैं क्योंकि किसी भी महामारी का नामकरण एवं इसके प्रकार को निर्धारित करने का कार्य यही संस्था करती है 'विश्व स्वास्थ्य संगठन'(World Health Organization) ने कोरोना वायरस (coronavirus)या कोविड-19 (COVID-19) को 11 मार्च को कोरोनावायरस या कोविड-19 को सर्वव्यापी महामारी (pandemic) घोषित कर दिया था इससे पहले तक इसे आउटब्रेक यानी प्रकोप कहा जा रहा था| लेकिन जब कोरोना वायरस के ए‍क के बाद एक कई मामले सामने आए थे तो 3 शब्दों- (1.)सर्वव्यापी महामारी (pandemic) (2) महामारी (epidemic) और (3) प्रकोप (outbreak) को बहुत प्रयोग में लिया गया था। वैसे तो इन तीन शब्दों का अर्थ काफी अलग हैं और इनका इस्‍तेमाल बीमारी के प्रसार का पैमाने का अंतर बताने के लिये किया जाता है। इसके बावजूद भी लोग इनके बीच का अंतर पता नहीं कर पाते हैं। इसलिए इस आर्टिकल में आपकी मुश्किल आसान करने के लिए हम आपको इनके बीच के अंतर के बारे में बता रहे हैं।


'विश्व स्वास्थ्य संगठन' (WHO)  क्या है?


विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) विश्व के देशों के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर आपसी सहयोग एवं मानव विकसित करने की संस्था है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के 194 सदस्य देश तथा दो संबद्ध सदस्य हैं। यह संयुक्त राष्ट्र संघ की एक अनुषांगिक इकाई है। इस संस्था की स्थापना अप्रैल 1948 को की गयी थी। इसका उद्देश्य संसार के लोगो के स्वास्थ्य का स्तर ऊँचा करना है। डब्‍ल्‍यूएचओ का मुख्यालय स्विट्ज़रलैण्ड के जिनेवा शहर में स्थित है। इथियोपिया के डॉक्टर टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस विश्व स्वास्थ्य संगठन के नए महानिदेशक निर्वाचित हुए हैं।



सर्वव्यापी महामारीमहामारी ,प्रकोप में अंतर-




(1) - प्रकोप (Outbreak) क्या है ?


प्रकोप (outbreak) इस मामले में जब किसी बीमारी का प्रसार का पैमाना छोटा और असामान्य होता है और मामलों की संख्या आमतौर पर छोटी होती है। इसके अलावा रोग को कवर करने वाला क्षेत्र भी छोटा होता है। उदाहरण के लिए, एक मामला जिसमें कक्षा में लगभग 10-20 बच्चों को पेट का फ्लू एक साथ होता है ये एक तरह का प्रकोप (outbreak)है। ध्यान देने वाली बात है जब भी कोई नई बीमारी सामने आती है तो वो प्रकोप बनकर सामने आती है। क्योंकि इस लक्षण नए होते है इसलिए समय रहते इन्हें काबू में लाना जरूरी होता है। जब भी कोई बीमारी प्रकोप बनकर सामने आता है तो संबंधित स्वास्थ्य एजेंसियों को जरुरी कदम उठाने चाहिए । ये क्षेत्र एक छोटा समुदाय हो सकता है ये कोई संक्रामक रोग हो सकता है, जो उस समुदाय के लिए नया हो या लंबे समय तक नहीं देखा गया हो | ये रोग कुछ दिन, हफ़्ते या सालों तक जारी रह सकता है | जो व्यक्ति-से-व्यक्ति, पशु-से-व्यक्ति में फ़ैल सकता है| महामारी जब किसी क्षेत्र में अपेक्षा से अधिक बीमारी के मामले दर्ज किए जाते हैं तो इसे प्रकोप घोषित किया जाता है |


2- जानपदिक/महामारी (Epidemic) क्या है ?


जब किसी प्रकोप का दायरा बढ़ कर एक बहुत बड़े क्षेत्र तक फ़ैल जाता है और ये बहुत बड़े भौगोलिक क्षेत्र को कवर करती है। और बीमारी बड़े पैमाने पर फैलती चली जाती है। तो इस प्रकार की बीमारी महामारी (Epidemic) का नाम दिया जाता है| जैसे- जब चीन में वुहान के बाहर कोरोनावायरस या कोविड-19 के मामले सामने आने लगे, तो पहले ये वायरस प्रकोप के रुप में सामने आया था बाद में इसने महामारी का रुप ले लिए था।


3- सर्वव्यापी महामारी (Pandemic) क्या है ?


सर्वव्यापी महामारी (Pandemic) वो संक्रामक बीमारी है जो किसी छोटे से क्षेत्र से शुरू होकर एक क्षेत्र को प्रभावित करता है| इससे कम समय में अधिक लोग संक्रमित होते हैं | सर्वव्यापी महामारी (Pandemic) उस संक्रामक बीमारी को कहते हैं जो एक देश के बाद दूसरे देश में बड़ी तेजी से फलता है | जब कोई बीमारी प्रकोप बनकर महामारी का रूप ले लेती है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलने लगती है और नियंत्रण से बाहर हो जाए तो इसे सर्वव्यापी महामारी कहा जाता है। जब एक महामारी कई देशों में एक ही समय के दौरान में फैलती है, तो इसे सर्वव्यापी महामारी माना जाता है। जानपदिक यानि महामारी (Epidemic) की तुलना में सर्वव्यापी महामारी (Pandemic) अधिक मौतों का कारण बनता है| डब्‍लूएचओ ने 11 मार्च को कोरोना वायरस को pandemic घोषित कर  है।



दुनिया में हर 100 साल पर 'महामारी' का हमला हुआ है-

ये सिर्फ मात्र संयोग है या कुछ और कि पिछले चार सौ साल में हर सौ साल के बाद एक ऐसी बीमारी इस दुनिया में जरुर आई है जिसने पूरी दुनिया में तबाही मचाई और लाखों करोड़ों लोगों के जान के साथ साथ इसने कई इंसानी बस्तियों के तो नामो-निशान तक मिटा दिए |

(1) दुनिया में हर 100 साल पर 'महामारी' का हमला हुआ है. सन् 1720 में दुनिया में द ग्रेट प्लेग आफ मार्सेल फैला था | मार्सिले फ्रांस का एक शहर है | जहाँ प्लेग फैलते ही कुछ महीनों में 50 हज़ार लोग मारे गए | बाकी के 50 हजार लोग अगले दो सालों में मारे गए जिसमें लगभग 1 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई थी |

(2) द ग्रेट प्लेग आफ मार्सेल के 100 सालों के बाद सन 1820 में  एशियाई देशों में कॉलरा यानी हैजा ने महामारी का रूप लिया | इस महामारी ने जापान, अरब देशों, भारत, बैंकॉक, मनीला, जावा, चीन और मॉरिशस जैसे देशों को अपनी जकड़ में ले लिया | हैजा की वजह से सिर्फ जावा में 1 लाख लोगों की मौत हुई थी | जबकि सबसे ज्यादा मौतें थाईलैंड, इंडोनेशिया और फिलीपींस में हुई थी |

(3) इसी तरह सन् 1918-1920 में दुनिया ने झेला स्पेनिश फ्लू का क़हर इस बीमारी ने उस वक्त करीब 5 करोड़ लोगों को मौत की नींद सुला दिया था | सन 1920 करीब 100 साल बाद धरती पर फिर तबाही आई. इस बार ये तबाही स्पैनिश फ्लू की शक्ल में आई थी. वैसे ये फ्लू फैला तो 1918 से ही था | लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर 1920 में देखने को मिला | कहा जाता है कि इस फ्लू की वजह से पूरी दुनिया में दो से 5 करोड़ के बीच लोग मारे गए थे | और अब फिर 100 साल बाद दुनिया पर आई कोरोना की तबाही जिसकी वजह से पूरी दुनिया में लॉक डाउन है | और अभी तक लाखों लोग काल के गाल में समा चुके हैं |



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