What is remdesivir injection uses and price 2021
Remdesivir antiviral drug |
कोरोना संक्रमण के इस संकट भरे दौरे में एक दवा जो इस महामारी में बेहद उपयोग साबित हो रही है उसका नाम रेमडेसिविर है इसकी उपयोगिता को भांप कर कुछ लोग इस राष्ट्रीय संकट को अवसर समझ कर इस दवा की जबरदस्त कालाबाजारी करने में लगे हैं |
जिससे ये दवा बाजार से गायब हो गई है और इसकी मांग जबरदस्त तौर पर बढ़ रही है | मांग बढ़ने से इसकी कीमत कई गुणा बढ़ गई है बढती कीमत को देखते हुए भारत सरकार ने रेमडेसिविर के निर्यात पर रोक दी है |
देश में इस वक़्त रेमडेसिविर इंजेक्शन के कुल 7 मैन्यूफेक्चरर्स हैं | अब 6 और कंपनियों को इसके उत्पादन की मंजूरी दी गई है | इससे 10 लाख इंजेक्शन हर महीने और बनाये जा सकेंगे| इसके अलावा 30 लाख यूनिट और बनाये जाने की तैयारियां आखिरी दौर में हैं |
रेमडेसिविर ड्रग्स एक एंटी वायरल ड्रग है जिसका इस्तेमाल पहले हेपेटाइटिस सी के इलाज में हुआ, लेकिन असल में ये तब ज्यादा चर्चा में आई, जब 2014 में इबोला अफ्रीकी देशों में महामारी बनकर फैला| उसके इलाज में इसका इस्तेमाल हुआ| ये उसमें असरदार भी दिखी| दरअसल ये एक एंटीवायरल दवा है|
जब कोरोना पहली लहर के तौर पर दुनिया में आया तो उसके प्रकोप के बीच कई देशों में इसका इस्तेमाल हुआ और इसके सकारात्मक नतीजे मिले|
हालांकि वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन अब भी कोरोना की दवा के तौर पर इसे मान्यता नहीं देता लेकिन कोरोना रोगियों पर जब इस्तेमाल किया गया तो उनके ठीक होने का अनुपात अच्छा खासा रहा|
कोई भी वायरस जब इंसानी शरीर में जाता है तो वह अपने आपको मज़बूत करने के लिए ख़ुद को रेप्लीकेट यानी अपनी दूसरी प्रतियां तैयार करता है| और ये इंसान के शरीर की कोशिकाओं में होता है| लेकिन इस प्रक्रिया में वायरस को एक एंजाइम की ज़रूरत होती है| ये दवा इसी एंजाइम पर हमला करके वायरस के रास्ते में एक तरह का रोड़ा बनती है|
दिसंबर 2020 के महीने में ब्रिटेन स्थित कैंब्रिज विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस से संक्रमित और दुर्लभ इम्युन सिस्टम वाले एक मरीज को रेमडेसिवीर दवा दी| जिसके बाद मरीज के स्वास्थ्य में जबरदस्त सुधार हुआ| वायरस शरीर से खत्म हो गया| इस अध्ययन को नेचर कम्युनिकेशंस ने प्रकाशित किया| फिर तो भारत सहित कई देशों में रेमडेसिवीर का इस्तेमाल होने लगा| वैज्ञानिकों ने कहा कि दवा तब असरदार होती है, जब संक्रमण के शुरुआती स्टेज में इसे मरीज को दिया जाए|
वैसे तो रेमडेसिवीर को इबोला बीमारी के इलाज में पहचान मिली लेकिन इससे मर्स और सार्स जैसे इंफ्युएंजा बीमारियों के इलाज में भी काफी मदद मिली| एक्सपर्ट मानते हैं कि रेमडेसीवीर कोरोना वायरस को बढ़ने से रोकती है |
रेमडेसिविर को इबोला के लिए विकसित किया गया था |
रेमडेसिविर एक न्यूक्लियोसाइड राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) पोलीमरेज़ इनहिबिटर इंजेक्शन है।
इसका निर्माण सबसे पहले वायरल रक्तस्रावी बुखार इबोला के इलाज के लिए किया गया था।
इसे अमेरिकी फार्मास्युटिकल गिलियड साइंसेज द्वारा बनाया गया है। फरवरी में US नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिजीज (NIAID) ने SARS-CoV-2 के खिलाफ जांच के लिए रेमडेसिविर का ट्रायल करने की घोषणा की थी।
रेमडेसिविर को अमेरिका की कंपनी Gilead Lifesciences ने विकसित किया है। उसने इसे बनाने के लिए भारत में 6 कंपनियों Zydus Cadila, Dr Reddy’s Laboratories, Hetero Drugs, Jubliant Life Sciences, Cipla Ltd और Biocon Group की Syngene के साथ करार किया है। अमेरिका की कंपनी Mylan की भारतीय यूनिट्स में भी इसका उत्पादन होता है।
अनुमानों के मुताबिक भारतीय कंपनियां हर महीने कुल 40 लाख यूनिट रेमडेसिविर बना सकती हैं। इसका 120 से अधिक देशों को निर्यात भी होता है। फिलहाल भारत सरकार ने इसके निर्यात पर पाबंदी लगा रखी है |
एंटी वायरल ड्रग रेमडेसिविर (anti viral drug remdesivir) की देश में कमी हो गई है। इसे देखते हुए सरकार ने रेमडेसिविर का प्रोडक्शन दोगुना करने की इजाजत दे दी है।
वहीं सरकार के हस्तक्षेप के बाद देश के तमाम रेमडेसिविर मैन्युफैक्चरर्स ने इस इंजेक्शन की कीमत में कटौती (New Rates of Remdesivir) करने का फैसला किया है। प्रति 100 मिलीग्राम के डोज के रेमडेसिविर के इंजेक्शन की कीमत पहले से बहुत घट गई है।
कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड ने REMDAC इंजेक्शन का दाम 2800 रुपये से घटाकर 899 रुपये कर दिया है।
सिंजीन इंटरनेशनल लिमिटेड ने RemWin इंजेक्शन का दाम 3950 रुपये से घटाकर 2450 रुपये कर दिया है।
डॉ. रेड्डीज लेबोरेट्रीज लिमिटेड ने REDYX इंजेक्शन का दाम 5400 रुपये से घटाकर 2700 रुपये कर दिया है।
सिपला लिमिटेड ने CIPREMI इंजेक्शन का दाम 4000 रुपये से घटाकर 3000 रुपये कर दिया है।
माइलैन फार्मास्युटिकल्प प्राइवेज लिमिटेड ने DESREM इंजेक्शन का दाम 4800 रुपये से घटाकर 3400 रुपये कर दिया है।
जुबिलेंट जेनेरिक लिमिटेड ने JUBI-R इंजेक्शन का दाम 4700 रुपये से घटाकर 3400 रुपये कर दिया है।
हेटेरो हेल्थकेयर लिमिटेड ने COVIFOR इंजेक्शन का दाम 5400 रुपये से घटाकर 3490 रुपये कर दिया है।
3 टिप्पणियाँ
Aisi jankari k liye dhanywad sir ji
जवाब देंहटाएंAcchi jaankari
जवाब देंहटाएंAchii jankari h
जवाब देंहटाएंplease do not enter any spam link in the comment box.