विद्यालय में पर्यावरण
संरक्षण के लिए किए जाने वाले कार्यों की वार्षिक रिपोर्ट -
अपने
विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जाने वाले कार्यों की वार्षिक रिपोर्ट -
हमारे
विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिए वर्ष भर में बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य किए
गए इन कार्यों में मुख्य उद्देश्य बच्चों को पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूक बनाना
और उन्हें पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूक करना था इन किए गए महत्वपूर्ण कार्यों में कुछ निम्नानुसार
हैं -
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1. गमलों का पुनर्निर्माण एवं नए पौधों का रोपण -
लगभग 2 वर्षों से क्रोना की मार के चलते चलाएं सुचारू रूप से संचालित नहीं हो पा रही थी जिस कारण साले परिसर के गमलों में लगे पौधे मृतप्राय थे सर्वप्रथम इसे बच्चों की सहायता से हटाया गया। तत्पश्चात बच्चों की सहायता से इसकी मिट्टी का परिवर्तन किया गया। बच्चों को पर्यावरण संरक्षण हेतु काउंसलिंग की गई एवं उन्हें स्वप्रेरित होकर स्कूल से ही पर्यावरण संरक्षण के कार्य करने हेतु प्रेरित किया गया। सभी संदर्भ में उन्हें गमलों हेतु यदि उनके घर या आसपास गोबर खाद उपलब्ध हो तो थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लाने का आह्वान किया गया हमारे लिए यह आश्चर्य की बात थी कि अधिकांश बच्चों ने स्व प्रेरित होकर गोबर खाद गमलों हेतु लाया और बच्चों के सहयोग से दुबारा गमलों को तैयार किया गया।
2. पौधारोपण-
पर्यावरण संरक्षण की सीख देने हेतु बच्चों के सहयोग से सर्वप्रथम गमलों को तैयार किया गया इसके पश्चात इनडोर प्लांट के कुछ पौधे बाजार एवं जुगाड़ से लेकर गमलों में पौधारोपण का कार्य किया गमलों की सुचारू देखभाल के लिए कुछ बच्चों के नाम गमलों में पेंट द्वारा लिखा गया ताकि बच्चा गमलों को अपना समझे एवं उसने खाद पानी इत्यादि की देखरेख हेतु तत्पर रहें। और ऐसा ही हुआ इन बच्चों के नाम गमलों में लिखा गया यह समर्पित होकर उन गमलों एवं पौधों का ख्याल रखने लगे।
3. शाला प्रांगण में वृक्षारोपण -
इसके पश्चात वन महोत्सव के प्रारंभ अर्थात जुलाई के प्रथम सप्ताह में शाला में वृक्षारोपण का कार्य आयोजित किया गया गौरतलब है कि यह समय वृक्षारोपण हेतु आदर्श माना जाता है इस समय मानसून रहता है मिट्टी नाम तथा गीली होती है और धूप भी तेज एवं अधिक समय तक नहीं रहती है ऐसे समय में वृक्षारोपण करने से वृक्ष लगने की संभावना अधिकतम होती है। साला प्रांगण में वृक्षारोपण हेतु वन विभाग को पत्र लिखा गया एवं वन विभाग के सहयोग से साला प्रांगण में एक फलदार एवं दो छायादार वृक्षों को लगाया गया। साथ ही साला फंड से इनकी सुरक्षा हेतु टी गार्ड भी लगवाए गए।
4. इको क्लब ग्राम सोगड़ा का भ्रमण -
हमारे विदयालय में इको क्लब बनाया गया है | जो कि पर्यावरण संरक्षण से संबंधित है साथ ही साथ चोपड़ा के नजदीक पहाड़ी को इको क्लब के रूप में विकसित किया गया है। जिसमें वर्ल्ड वाशिंग सेंटर और दूसरे पशुओं की वाशिंग के लिए भी स्पेशल टावर बनाए गए हैं बच्चों को इसका भ्रमण कराया गया एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूक किया गया। जब बच्चे इस वाचिंग टावर में गए कुछ समय बिताएं एवं समय बिताने के पश्चात प्रकृति की गोद में बैठकर शहर के शोरगुल से दूर पक्षी जैसे मैना नीलकंठ इत्यादि को उड़ते हुए उनके प्राकृतिक आवास में देखा तो वे भाव विभोर हो गए और विराम और वे यह भी भलीभांति समझ है कि कुछ जीव ऐसे होते हैं जिन्हें पालतू नहीं बनाया जा सकता और उन्हें देखने के लिए हमें जंगलों की आवश्यकता होगी वह मन ही मन यह समझ रहे थे कि 1 प्राणियों के लिए जंगल एवं पर्यावरण संरक्षण अत्यंत आवश्यक है।
5. पर्यावरण संरक्षण पर
चित्रकला का आयोजन-
जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए चित्रकला का आयोजन किया गया। बच्चों को ड्राइंग शीट और स्केच पेन का वितरण किया गया बच्चों ने बड़ी कुशलता से पर्यावरण संरक्षण से संबंधित चित्र बनाएं प्रथम तीन बच्चों को पुरस्कृत किया गया एवं पलकों को भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने हेतु पालक सम्मेलन के दौरान बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों को उन्हें भी दिखाया गया अपने बच्चों द्वारा बनाए गए चित्र देखकर ना केवल भी खुश हुए बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक भी हुए।
6. पर्यावरण संरक्षण पर
निबंध का आयोजन-
बच्चों को जागरूक करने के लिए हमारे विद्यालय में विद्यालय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई सभी बच्चों ने इस में बढ़ चढ़कर भाग लिया बच्चों द्वारा लिखा गया निबंध गोपालक बैठक के समय भी बालकों को दिखाया गया इससे पालक ना केवल खुश हुए बल्कि पर्यावरण संरक्षण हेतु भी जागरूक हुए |
7. पर्यावरण संरक्षण पर वाद
विवाद-
शनिवार को बैकलेस डे होने के कारण बच्चे बिना वक्ता के आते हैं हम सभी शिक्षकों ने यह योजना बनाई कि आगामी एक बैग लिस्ट दिवस को बाल सभा के रूप में बच्चों को बाल वाद विवाद प्रतियोगिता कराया जाए और हमने प्रतियोगिता का विषय पर्यावरण संरक्षण आवश्यक अथवा नहीं शुरुआत में बच्चों का एक टॉपिक थोड़ा नया लगा और उन्होंने पूछा कि पर्यावरण संरक्षण के विरोध में क्या बातें हो सकती हैं तब हम शिक्षकों ने बताया कि सड़क बनाने उद्योग लगाने या कुछ अन्य कार्यों में पेड़ों को काटना आवश्यक हो जाता है बिना पेड़ काटे शायद ही कोई सड़क का निर्माण हो पाए ऐसे कई स्थितियों में पहले विकास को प्राथमिकता दिया जाता है एवं उसके बाद पर्यावरण संरक्षण को एक छात्र ने बताया कि सर अभी कुछ समय पूर्व ही मैंने एक खबर पढ़ी थी कि सरकार उत्तराखंड प्रदेश में लड़के के सड़क के नजदीक रोड बनाने के लिए सड़क बना रही है लेकिन कुछ पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ताओं द्वारा सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई कि इस सड़क निर्माण को बहुत नुकसान होगा अतः नहीं बननी चाहिए तब केंद्र सरकार ने मजबूरी में या कोर्ट में बताया कि या सड़क चीन को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है और यदि भविष्य में युद्ध की स्थिति आई तो इस चौड़ी सड़क के सहारे भारत के नवीनतम ब्रह्मोस मिसाइल को चीन बॉर्डर के नजदीक लाया जा सकता है शिक्षकों ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु अन्य मुद्दों पर बैलेंस भी आवश्यक है और बैलेंस लेकर ही हमें पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे को आगे ले जाना है |
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